Aditya Patel

12 October 2020

No Comments

Home Blog

जनजाति कल्याण केंद्र महाकौशल ने डिंडोरी के विकास में जोड़ा एक नया अध्याय

जनजाति कल्याण केंद्र महाकौशल ने डिंडोरी के विकास में जोड़ा एक नया अध्याय

डिंडोरी जिले का पहला ड्राइविंग स्कूल 40 महिलाओं के पहले बैच के साथ प्रारंभ

स्वतंत्रता संग्राम की न्याय का रानी दुर्गावती के 496 वे जन्मदिवस पर डिंडोरी के पहुंच वहीं जनजाति क्षेत्र की आत्मनिर्भरता के लिए नया अध्याय प्रारंभ किया जब वेxx गत 5 अक्टूबर को आधी जनसंख्या के 40 प्रशिक्षणार्थियों के साथ ड्राइविंग स्कूल की शुरुआत हुई| डिंडोरी जिले की अग्रणी समाजसेवी संस्था जनजाति कल्याण केंद्र महाकौशल के परिसर में प्रदेश की महिला जनजाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अपना स्थान बना चुकी महिलाओं तथा अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ| ज्ञातव्य है कि जनजाति कल्याण केंद्र अपने स्थापना काल से ही जनजाति समुदाय एवं अन्य पिछड़े लोगों के विकास के लिए कार्य कर रहा है और सपने स्वप्नदर्शी प्रधानमंत्री जन नायक श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के आवाहन में अपना योगदान देते हुए ड्राइविंग स्कूल की स्थापना की है| जिसके लिए 150 से अधिक मातृ शक्ति ने प्रशिक्षण प्राप्त करने में अभी रुचि दिखाई है| 75 से अधिक के नाम चयनित हो चुके हैं और 50 प्रशिक्षणार्थियों ने विद्यालय में प्रवेश ले लिया है|

यह महिलाएं अपना स्वयं का रोजगार भी स्थापित कर सकेंगे तथा क्षेत्र की अन्य महिलाओं एवं बालिकाओं का प्रेरणा स्रोत बनेंगे इस अवसर पर मंत्री के समक्ष केंद्र के क्रियाकलापों पर निर्मित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया मंत्री ने भी स्वयं केंद्र के विभिन्न आयामों का जायजा लिया तथा गौशाला एवं गोवंश समर्थन, जैविक कृषि, चिकित्सा शिविर, पशु टीकाकरण, छात्रावास एवं विद्यालय की जानकारी प्राप्त की तथा केंद्र के प्रयासों की सराहना की | केंद्र निकट भविष्य में ग्राम रोजगार के क्षेत्र में एक और अध्याय जोड़ने की तैयारी में है, जो दोना पत्तल निर्माण के प्रशिक्षण के रूप में सामने आएगा इस अवसर पर जबलपुर की शिक्षा वेद एवं समाजसेवी अनामिका सिंघई , राजा रघुराज सिंह की वंशज दमयंती सिंह, जिले के कलेक्टर श्री बी. कार्तिकेय, एस पी श्री संजय कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे|

Leave a Reply